अदभुत केशनाशक हर्बल ओषधि
कुन्तल केयर हर्बल हेयर ऑयल मस्तिष्क को शक्ति व शीतलता प्रदान कर बालों की जड़ों को मजबूत बनाता है।
बाल क्यों होते हैं कमज़ोर?
- कम उम्र में अधिक तनाव
- काम की अधिकता
- जिम्मेदारियों का बोझ
- चिड़चिड़ापन
- क्रोधी स्वभाव
- बढ़ती उम्र के कारण
- वात, पित्त, कफ का विषम होना
- त्रिकाल त्रिदोष की अधिकता
- अनियमित मासिक धर्म
- ज्यादा माहवारी आना
- सफेद पानी की समस्या
तथा
काल के भाल से कलिकाल (कम उम्र)
में ही बाल, अकाल ग्रस्त होकर, बाल की खाल कमजोर, चिकनी होजाती है।
पित्त की वृद्धि भी किशोरावस्था में कमजोर बाल, यौवन काल खत्म कर देते हैं ।
दुष्परिणाम:
तत्काल लाभ के फेर में बालों का घेर ढेर हो जाता है। अधिक केमिकल युक्त,
- सिंथेटिक खुशबूदार तेल, साबुन, शेम्पो का उपयोग
- लगातार लापरवाही से बाल तेज़ी से टूटते, झड़ने लगते हैं ।
- प्रदूषण,प्रदूषित जल,
- खारे,बोरिंग के पानी से
- केश पतन,
- रूसी, खोंची, खुजली,
- केशों का दोमुहें होना,
- असमय सफेदी,
- रूखापन,
- कड़ापन,
- गंजापन,
- कान्ति हीनता,
- सिरदर्द, नजर की कमजोरी
अनेक केश विकार उत्पन्न होकर कम उम्र में ही सारी खूबसूरती मिटा देते हैं ।
पुरानी कहानी:
भारतीय संस्कृति में प्राचीन परम्परा है कि महिलाओं को "मासिक धर्म" के प्रथम दिवस केश धोवन नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि पहले दिन बाल धोने से अवसाद (डिप्रैशन), अधिक रक्तस्राव और कमजोरी के साथ-साथ किसी भी अन्य स्त्रीरोग से पीड़ित होने की संभावना भी बढ़ जाती है। क्रोधी स्वभाव, चिड़चिड़ापन की वृद्धि हो सकती है। बाल भी तेजी से टूटने व झड़ने लगते हैं ।
अपने बाल को खुले रखने से भी बालों पर दुष्प्रभाव पड़ता है । बालों की जड़े कमजोर होने लगती है।
मान्यता यह भी है कि केश काटन (बाल कटवाने) मानसिक अशांति, तनाव बना रहता है ।
लापरवाही न करे:
अक्सर बाल धोवन के पश्चात तथा कंघी या सिर झाड़ते समय टूटे हुए बालों का गुच्छा बनाकर लड़कियां इधर-उधर फैंक देती है । यह अशुभ है।
अमृतम आयुर्वेद शास्त्रों का मत है कि ऐसा करने से आपसी मतभेद उत्पन्न होते हैं । परिवार में बात-बात पर विवाद-झगड़ा, कलह-कलेश भी बढ़ता है।
वैज्ञानिक एवं शास्त्र मतानुसार
मासिक धर्म के समय ठंड से बचना चाहिए। इससे महिलाओं के यूट्रस को नुकसान हो सकता है। गर्भधारण में बाधा होती है ।
बुजुर्ग अनुभवी कहते थे कि:
नहाये के बाल खाये के गाल कभी छुप नहीं सकते अर्थात स्त्री बाल नहाने के बाद ही पता लगते हैं कि कितने लम्बे,घने,काले हैं । इसी प्रकार समय पर खाने-पीने वाले के गाल अलग दिखते हैं ।
रोगरहित स्वस्थ्य जीवन के लिए अमृतम आयुर्वेद दवाओं का सेवन अत्यन्त लाभकारी है ।
उपयोग का तरीका
हल्के हाथों से लगाकर दूसरे दिन
सावधानी:
- गीले बालों में तेल न लगाए।
- बालों को अच्छी तरह सुखाकर कंघी करें।
क्या खाएं:
कुन्तल केयर हर्बल हेयर माल्ट 2 या 3 चम्मच सुबह खाली पेट तथा रात्रि में सोते समय गुनगुने दूध से लेवें कुन्तल केयर टेबलेट 2-2 गोली साथ में लें।