दो चम्मच हर्बल माल्ट खाएँ,
तो मिलेगी पेट की परेशानियों से मुक्ति
एक सर्वे के मुताबिक देश-दुनिया
में लगभग 51% लोग पेट की बीमारियों
और उदर रोगों से पीड़ित पीड़ित हैं।
करीब 22 से 28 फीसदी लोग रोज
पेट साफ करने वाली दवाओं का इस्तेमाल करते हैं,
जिससे उनकी आंतो और पेट में
अनेक विकार उत्पन्न हो जाते है।
पेट की बीमारियों के लक्षण —
{{१}} गुदाद्वार में जलन होती रहती है।
{{२}} पेट साफ नहीं होता
{{३}} मोशन क्लीयर नहीं आता।
{{४}} अफरा, एसिडिटी (अम्लपित्त)
{{५}} वायु-विकार (गैस की समस्या)
{{६}} कब्ज के कारण मल का कड़ा होना
{{७}} पेट की मांसपेशियों में खिंचाव होना,
{{८}} भूख न लगना, अरुचि
{{९}} पाचनतंत्र (मेटाबॉलिज्म) का बिगड़ना,
{१०} पेट में जलन और दर्द रहना,
{११} पेट की नसों में दर्द से बना रहना
{१२} बार-बार खट्टी डकार आना
{१३} भोजन का न पाचन
{१४} पाचन प्रणालियों के दूषित हो जाना।
{१५} दूषित वायु छोड़ना
{१६} रोगप्रतिरोधक क्षमताओं में कमी होना
{१७} शरीरिक क्षीणता, कमजोरी।
सेवन करें उदर रोगों को दूर करने
वाली 100% आयुर्वेदिक ओषधि
जिओ माल्ट
दो–दोचम्मच दूध या पानी से
2 या 3 बार
एक माह तक नियमित लेवे,
तो मिलेगी
पेट की ऊपर लिखी “17” बीमारियों से
हमेशा-हमेशा के लिए राहत
जिओ माल्ट
पूर्णतः आयुर्वेदिक दवा है।
पेट की तकलीफों को
जड़ से मिटाने केलिए 1 से 3 माह तक लेना जरूरी है।
यह उन मरीजों के लिए बहुत लाभकारी है,
जो हर तरह के इलाज कराकर हताश और निराश हो चुके हैं।
आयुर्वेद के शास्त्रों के अनुसार ये दवाएं
शरीर का कायाकल्प करने की क्षमताओंसे परिपूर्ण होती हैं।
जिओ माल्ट
सात दिवस के अंदर पेट की सभी नाडियों
को मुलायम करपाचन क्रिया को नियमित बनाता है।
भोजन पचाने में मददगार पेट की तकलीफों का
100% आयुर्वेदिक इलाज
खाना, खाने का मतलब केवल पेट भरने से नहीं होता।
भोजन अच्छी तरह से हजम हो जाए।
किसी तरह का कोई अपचन न हो,
पेट में कोई तकलीफ न हो यह बहुत जरूरी है।