"जिओ" खाओ,
जुग-जुग जियो।
।।अमृतम।।
गुलकन्द, मुनक्के (द्राक्षा)
आँवला, हरड़, सेव मुरब्बे
से निर्मित शुद्ध
हर्बल अवलेह (माल्ट)
अम्लपित्त,खट्टी डकार,
एवं उदर विकारों में विशेष उपयोगी ।
आयुर्वेद के प्रसिद्ध ग्रंथ-
- "आयुर्वेद सार संग्रह"
- "रस तन्त्र सार"
- "भावप्रकाश निघण्टु"
में वर्णित उदररोग नाशक पुराने असरकारक
नुस्खों को तलाशकर,
अत्यावश्यक पोषक, गुणकारी, जड़ीबूटियों का समावेश,
मिश्रण कर इस अद्भुत असरकारक
आयुर्वेदिक ओषधि का निर्माण किया है।
जिओ माल्ट निम्नांकित रोगों को शीघ्रता से दूर करने में सहायक है।
रोगाधिकार
- खट्टी डकारें आना
- एसिडिटी
- वायु विकार
- गैस बनना
- गैस पास न होना
- छाती में जलन
- आंतों की कमजोरी
- गर्मी लगना
- शरीर में बदबू आना
- ऊबकाई जैसा मन होना
- भोजन से अरुचि
- पेट में बैचेनी
- सिर में भारीपन
- आलस्य
- पाचनतंत्र की कमजोरी
- भोजन न पचना
- खाने की इच्छा न होना
- मंदाग्नि
- भूख न लगना
- पेट दर्द
- पेट में भारीपन
- जी मिचलाना
- पुरानी कब्जियत
- बार-बार कब्ज होना
- पेट साफ न होना
- शौच में समय अधिक लगना
- एक बार में पेट साफ न होना
आदि अनेक ज्ञात-अज्ञात पुरानी से पुरानी पेट की बीमारियों को नाश करने में उपयोगी है ।
जब कोई भी अन्य चिकित्सा से लाभ न हो, तो एक बार
2 या 3 माह तक जिओ माल्ट का सेवन करें ।
सेवन विधि
2 से 3 चम्मच सुबह खाली पेट
दिन में खाने से पहले तथा
रात में सोने से पहले सादा जल या
गुनगुने दूध के साथ लेवें
परहेज
रात में दही, रायता,फल, जूस, सलाद, तली हुई वस्तु न लेवें।
सुबह व दुपहर के खाने में केला, पपीता, अमरूद, अनार, आदि ले सकते हैं ।
विशेष
सुबह उठते ही बिना कुल्ला या दातुन, मंजन के,
1 से 3 गिलास सादा जल पियें ।
पैकिंग-400 ग्राम (आकर्षित कांच के जार में)
ऑनलाइन मंगाने हेतु - www.amrutam.co.in