आयुर्वेद का अद्भुत अमृत
वातरोग विनाशक
ऑर्थोकी गोल्ड माल्ट
एवं
ऑर्थोकी गोल्ड कैप्सूल
जिसके सेवन से
वात-विकार,
हाहाकार कर
तन से पलायन कर जाते हैं ।
बरसात को मात-
यह बरसात का सीजन है । इस समय
रात में ठंड,दिन में गर्मी लगने से शरीर में
वात,पित्त,कफ का संतुलन बिगड़
जाता है । तन,त्रिदोष के कारण
त्राहि-त्राहि करने लगता है ।
हमेशा ध्यान रखें वर्षा ऋतु के
समय प्रकृति में दूषित वातावरण,
जलवायु होने से शरीर में रोग
अपना स्थान बनाकर बाद में
वात विकार के रूप में
परेशान करते हैं ।
दर्द से दुखी दुनिया
बरसात के दिनों की थोड़ी सी
लापरवाही पूरी बादशाही
छीन लेती है ।
शरीर के किसी न किसी अंग में या
अंग-अंग दर्द की वजह से हमारा
ध्यान भंग कर देता है ।
किसी काम में मन नहीं लगता ।
कभी सिरदर्द, तो कभी पूरा बदन
दर्द से कराह उठता है ।
1- हाथ-पैरों में टूटन,
2- कमर दर्द,
3-जोड़ों में जकड़न,
4-पिंडरियों में पीड़ा,
5-उंगलियों में दर्द,
6-भारीपन,
7-आलस्य,
8-भूख न लगना
8-ग्रंथिशोथ,
9- सूजन वात वृद्धि आदि
रोग बरसात की देन है ।
वर्षा काल में ही वातविकार
शरीर में अपना अधिकार जमाकर
जीवन भर पीड़ित करते हैं ।
क्या करें
यदि इस मौसम में नियमित
सुबह खाली पेट तथा रात में
ऑर्थोकी गोल्ड कैप्सुल एक
ऑर्थो की गोल्ड माल्ट 2 चम्मच
दोनों एक साथ गुनगुने दूध से
लेना चाहिए ।
ऑर्थोकी गोल्ड से लाभ
ऑर्थोकी गोल्ड कैप्सूल एवं माल्ट
अमृतम की ऐसी अद्भुत हर्बल दवा है
जिसके सेवन से वातविकार
हाहाकर कर तन से पलायन कर जाते हैं ।
तन तंदरुस्त, मन दुरुस्त, हो जाता है ।
ऑर्थोकी गोल्ड शरीर में जमा हुए
विषैले पदार्थों को मलविसर्जन
द्वारा बाहर निकलता है ।
पीयूष ग्रंथि के स्त्राव
को रोकने में सहायक है ।
!!-गलगण्ड की वृद्धि
!!-गले की सूजन
!!-हाथ पैरों की उंगलियों में
कम्पन्न, सुन्न पन
!!-गठियावात,लकवा
!!-रीढ़ की हड्डी का दर्द
आदि अनेक अज्ञात विकारों का नाशक है ।
ऑर्थोकी गोल्ड कैप्सूल एवं माल्ट
खून का सही संचालन कर नये
रक्त-रस का निर्माण करने में भी
सहायता करता है ।
बढ़ती उम्र के कारण घुटनों जोड़ों में
जिन्हें बहुत ज्यादा दर्द रहता है या
जो लोग घुटनों को बदलवाने की
सोच रहें हैं,उन्हें एक बार
ऑर्थोकी गोल्ड
3 से 4 माह तक एक बार जरूर लेना चाहिए ।
पुराने व असाध्य वात रोगों में यह अत्यंत
उपयोगी और त्रिदोष नाशक है ।
भूख, खून तथा रस की वृद्धि
में सहायक है ।
शरीर के सभी जोड़ों में दर्द हेतु
अद्भुत हर्बल चटनी
ऑर्थोकी गोल्ड माल्ट सप्लीमेंट के रूप
में एक वात नाशक हर्बल चटनी है ।
इसे बिना किसी रोग
के हमेशा लिया जा सकता है । इसके सेवन
से शरीर में सभी तरह के प्रोटीन, विटामिन्स,
मिनरल्स व खनिज पदार्थो की पूर्ति होती है ।
*आँवला,
*हरड़,
*सेव,
*करोंदा,
*गाजर आदि मुरब्बों तथा
*दशमूल,
*रास्नादी,
*एरण्ड मूल,
*निर्गुन्डी,
*हरश्रृंगार का काढ़ा एवं
*शुद्ध शिलाजीत,
*शुद्ध गुग्गल,
*सल्लकी,
*शुद्ध कुचला,
*एकांग्विर रस,
*बृहतवातचिन्तामनी रस स्वर्ण युक्त
आदि से निर्मित यह आयुर्वेदिक ओषधि
शरीर को चमत्कारिक रूप से मजबूत
बनाती है । समय पर पेट साफ करना,
भूख व खून,ऊर्जा-शक्ति बढ़ाना
इसका अद्भुत गुण है ।
आयु का गणित
ऑर्थोकी-
चालीस के बाद
दे शरीर को खाद
पचास के बाद, जब शरीर
खल्लास होने लगे,तो इसका सेवन
60 की उम्र में खाट नहीं पकड़ने देता ।
अतः सत्तर के बाद बिस्तर पर नहीं
पड़ना चाहते हो,तो अस्सी तक
ऑर्थोकी माल्ट को गुनगुने
दूध में मिलाकर लस्सी की
तरह उपयोग करें ।
मन को दे अमन
अमृतम ओषधियों में
यह विशेषता है की यह तन के साथ-साथ
मन की भी चिकित्सा करती हैं ।
इसीलिए आयुर्वेद को मन उपचारक
ओषधि भी कहा गया है ।
ऑर्थोकी के बारे में बहुत ही विस्तार से जानने
की उत्कंठा हो,तो अमृतम की वेबसाइट
पर पुराने लेख/,ब्लॉग पढ़ सकते हैं ।
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