कोलाइटिस :
पेट की एक खतरनाक बीमारी
जाने – इस रोग के 5 लक्षण
आंत की सूजन, जलन या दूसरी तरह की तमाम बीमारियों को कोलाइटिस कहते हैं।
लंबे समय से चल रहा आंतों का एक रोग जिससे पाचन तंत्र, उदर और आँतों में सूजन आती है
प्रमुख लक्षणों में गुदा से रक्त बहना,
खूनी दस्त, पेट में ऐंठन और दर्द शामिल है।
【1】बुखार – अचानक तेज गर्मी और फिर बुखार हो जाना भी कोलाटिस का सामान्य लक्षण है।
【2】दस्त – सामान्य दस्त के अलावा शौच में खून आना भी कोलाइटिस के लक्षणों में शामिल हैं। इससे पीड़ित रोगी को दस्त यानि बार-बार शौच के लिए जाना पड़ सकता है।
【3】पानी की कमी – शरीर में पानी की कमी हो जाती है, ऐसे में रोगी को
अधिक से अधिक पानी और ग्लूकोज पिलाया जाता है।
【4】वजन कम होते जाना – कमजोरी के अलावा शरीर में पोषक तत्वों की कमी और वजन का घटना भी इसके लक्षण हैं।
【5】पेट में दर्द रहना – अक्सर पेट के बाएं हिस्से में दर्द का बना रहना और ऐंठन होना इसका प्रमुख दोष है।
【6】कोलाइटिस से पीड़ित व्यक्ति के लिए समय के साथ बड़ी आंत की परत की सतह पर कोशिकाएं मर जाती हैं, जिसका दुष्परिणाम पेट में अल्सर, मवाद/पस, श्लेष्म और रक्त निकलना आदि है।
पेट या आँतों का यह रोग एक तरह की कोलाइटिस बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी (प्राणिजगत् के अनेक जीवाणु मानव शरीर में प्रविष्ट हो, उसमें वास करते हुए उसे हानि पहुँचाते, या रोग उत्पन्न करते हैं।) के अतिक्रमण से होती है। अगर कोलाइटिस की वजह सालमोनला या कोई दूसरा बैक्टीरिया है तो इससे निजात पाने के लिए “जिओ माल्ट“ एक बहुत सहायक आयुर्वेदिक ओषधि है
जिओ माल्ट से ठीक होने में लगने वाला समय —
आमतौर पर नये कोलाइटिस रोग में बच्चों को 1-1 चम्मच दो बार जिओ माल्ट 10 से 15 दिन और बड़ों को 2-2 चम्मच दो से तीन बार नियमित सेवन करने से लाभ होता है। हालांकि, पुराने कोलाइटिस से ग्रस्त रोगियों को इस बीमारी से ठीक होने में 3 से 4 सप्ताह लग सकते हैं।
जिओ माल्ट के
नियमित सेवन से आपकी इम्युनिटी पॉवर
बहुत स्ट्रांग हो जाता है।
100% आयुर्वेदिक इलाज
खाना, खाने का मतलब केवल पेट भरने से नहीं होता। भोजन अच्छी तरह से हजम हो जाए। किसी तरह का कोई अपचन न हो, पेट में कोई तकलीफ न हो यह बहुत जरूरी है।
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