पीपल निमोनिया,फेफड़ों के इंफेक्शन दूर करती है। आयुर्वेद की एक अदभुत ओषधि है
जाने 14 फायदे
सर्दी जुखाम से तत्काल लाभ हेतु
सर्दी -खाँसी में लाभकारी-
जब खांस खांस कर, सांस अटकने लगे,
तब सूखे पीपल पत्तों को कूट कर इसमें मिश्री, मुलेठी, हंसराज, सौंठ तथा कीकर का गोंद समभाग लेकर बारीक पीसकर , इसमें गुड़ की चाशनी में अच्छी तरह मिलाकर ठंडा करके चने के आकार के बराबर गोली बना लें। दिनभर में 3 से 4 गोलियां रोजाना 30 दिन तक चूसनें से पुरानी से पुरानी खांसी, सर्दी ,
निमोनिया एवं श्वांस या सांस जैसी बीमारियों से राहत मिलती है।
पीपल की 2 कोमल पत्तियों को चूसने से सर्दी जुकाम में आराम मिलता है।
पुरानी सर्दी खाँसी का अमृतम उपाय-
पीपल, त्रिकुटु, हंसराज, मुलेठी,
हरीतकी मुरब्बा, अभ्रक भस्म शतपुटी, आदि अद्भुत योगों से निर्मित
यह बहुत ही असरकारक ओषधि है,
जो पुराने से पुराने कफ रोगों का विनाश
फेफड़ो संक्रमण (इंफेक्शन) मिटाये
लोज़ेंग माल्ट फेफड़ों में जमे वर्षों पुरानी
बलगम को कफ या मल बिसर्जन द्वारा बाहर
निकल देता है। फेफड़ो के संक्रमण को
दूर करने में मदद करता हैं।
बलगम, कफ, ठंडक या पानी बाहर निकालकर, पूरे शरीर को अपार शक्ति देता है ।
कफ मुक्ति हर्बल माल्ट फेफड़ो के विकारों ठीक करने वाला हर्बल सप्लीमेंट के रूप में यह
दुनिया का पहला उत्पाद है ।
लोज़ेंग माल्ट
【1】छाती में जमें बलगम,
【2】फेफडों की बीमारी
【3】वर्षों पुरानी सर्दी-खांसी, जुकाम,
【4】पुराना निमोनिया,
【5】सूखी खांसी,
【6】कमजोरी,
【7】दमा श्वांस लेने में दिक्कत,
【8】पसली चलना,
【9】हाफनी भरना
【10】श्वांस नली का अवरुद्ध होना,
【11】कंठ के रोग,
【12】बार-बार हिचकी आना,
【13】स्वर भंग,
【14】आवाज में खरखराहट आदि अनेक ज्ञात-अज्ञात व्याधियों से बचाता है।
लोज़ेंग माल्ट
में हैं- पीपल के औषधीय गुण