Read time : min
एक चम्मच अमृतम च्यवनप्राश खाएं
रोगप्रतिरोधक क्षमता और इम्यूनिटी बढ़ायें
अमृतम च्यवनप्राश एक सुरक्षित हर्बल टॉनिक है यह सभी उम्र वालों के लिए फायदेमन्द है।
अमृतम च्यवनप्राश भारत के सर्वाधिक प्राचीन आयुर्वेदिक स्वास्थ्य पूरकों में से एक है, जो एंटीएजिंग एवं शक्तिवर्धक ओषधि है। इसके सेवन से अपना बुढापा रोक सकते हैं।
अमृतम च्यवनप्राश में 49 से अधिक एंटीएजिंग (उम्ररोधी) तत्व जवान बने रहने में मदद करते है। आयुर्वेद ग्रंथो में इसे बेहद शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट माना जाता है।
अमृतम च्यवनप्राश से होते हैं 13 फायदे
【१】बुढापा रोकने में मददगार होता है।
【२】कोशिकाओं की आयु नहीं बढ़ने देता।
【३】पाचन शक्ति बढ़ाता है, जो खूबसूरत त्वचा पाने के लिए महत्वपूर्ण है।
【४】मेटाबॉलिज्म ठीक करता है।
【५】स्मृति, एकाग्रता और सतर्कता में वृद्धि करता है।
【६】दिमागी कोशिकाओं में ब्लड सर्कुलेशन नियमित कर अवसाद मिटाता है
【७】शरीर के इम्यून सिस्टम में सुधार और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
【८】बच्चों को होने वाले सर्दी-खाँसी, जुकाम एवं फेफड़ों के संक्रमण से रक्षा करता है।
【९】महिलाओ के मासिक धर्म को नियमित करता है। प्री मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम को कम करता है।
【१०】खून साफ करता है।
【११】हीमोग्लोबिन बढ़ाता है।
【१२】रक्त चाप को नियंत्रित करता है।【१३】शरीर की सभी बीमारी, कमजोरी, शिथिलता और आलस्य मिटाता है।